pmfby 2025:“गेल्या वर्षी जूनमध्ये झालेल्या गारपिटीत माझ्या सोयाबीन पिकाचा अर्धा भाग नष्ट झाला होता… पण सुदैवाने मी वेळेवर पीक विमा घेतला होता.”
– रामदास पाटील, जालना जिल्हा
दररोज शेतकऱ्यांना काही नवीन समस्यांना तोंड द्यावे लागते – कधी अतिवृष्टी, कधी दुष्काळ आणि कधी कीटक. या समस्या लक्षात घेऊन, महाराष्ट्र सरकारने प्रधानमंत्री पीक विमा योजनेअंतर्गत (PMFBY) खरीप २०२५ साठी शेतकऱ्यांना मदत देण्याची तयारी केली आहे.
खरीफ 2025: अर्ज करण्याची शेवटची तारीख
- योजनेची सुरुवात: २8 जून २०२५
- अंतिम तारीख: ३१ जुलै २०२५
- या तारखेनंतर कोणताही अर्ज स्वीकारला जाणार नाही.
कोणते पीक आणि किती प्रीमियम?
फसल | विमा रक्कम (₹/हेक्टर) | शेतकऱ्यांचा प्रीमियम दर | शेतकऱ्याने देय असलेली रक्कम |
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सोयाबीन | ₹30,000 | 2% | ₹600 |
कपास | ₹40,000 | 5% | ₹2,000 |
बाजरा | ₹25,000 | 2% | ₹500 |
तुअर (अरहर) | ₹28,000 | 2% | ₹560 |
धान | ₹35,000 | 2% | ₹700 |
उर्वरित प्रीमियम राज्य आणि केंद्र सरकार संयुक्तपणे भरतात.
अर्जासाठी आवश्यक कागदपत्रे
- आधार कार्ड
- 7/12 उतारा
- बैंक पासबुक (कॉपी)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
उत्तर: यह भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों या मौसम से फसल खराब होने की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
उत्तर: सभी पात्र किसान, चाहे वे भूमिधारी हों या बटाईदार (leaseholder), इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
उत्तर:
खरीफ फसलों के लिए: 2%
रबी फसलों के लिए: 1.5%
वार्षिक/व्यावसायिक फसलों के लिए: 5%
बाकी की राशि केंद्र और राज्य सरकारें सब्सिडी के रूप में देती हैं।
किसान CSC केंद्र, कृषि विभाग, या pmfby.gov.in वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उत्तर:
हर सीजन (खरीफ/रबी) के लिए अंतिम तिथि राज्य सरकार द्वारा तय की जाती है। सामान्यतः:
खरीफ: 31 जुलाई
रबी: 31 दिसंबर